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मौन शिकायत


सुबह सुबह रात-भर के पड़े ओस को हटाते हुए,

आंख मल के, थोड़ा चल के मेरे तरफ आते हुए।


उसकी जिज्ञासा मुझे पता था पुछता आप कौन,

लेकिन हम एक दुसरे को ही देखते रह कर मौन।


वहां प्रश्न उसके पास भी था प्रश्न मेरे पास भी था,

उसके

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