Share0 Bookmarks 47066 Reads0 Likes
इसी इक बात पर तो उम्र भर लड़ता रहा हूँ
बता दे तू तिरा अपना नहीं तो और क्या हूँ
मुझे कोई शिकायत तो नहीं तुमसे है लेकिन
न जाने किस लिए किस बात पर तुमसे ख़फ़ा हूँ
कभी तो मेरा हिस्सा याद आएगा किसी को
मगर
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments