Share0 Bookmarks 47423 Reads2 Likes
ग़ज़ल
कब तलक यूं ही हाल करना है
जीते जी ही विसाल करना है
अब तो ये हाल की बरसों तक
ज़िंदगी पर मलाल करना है
रंज मत कर यूँ हाल पे मेरे
No posts
No posts
No posts
No posts
ग़ज़ल
कब तलक यूं ही हाल करना है
जीते जी ही विसाल करना है
अब तो ये हाल की बरसों तक
ज़िंदगी पर मलाल करना है
रंज मत कर यूँ हाल पे मेरे
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments