
Share0 Bookmarks 106 Reads0 Likes
जब भी कभी मैं बड़े शहर में तनहा हुआ
मुझे तंग गलियों वाला अपना छोटा शहर याद आया।
जब कभी मैं था थका मादा और कोई न था पास बेसाख्ता मुझे बचपन में मां की गोद में रखा अपना सर याद आया।
No posts
No posts
No posts
No posts
जब भी कभी मैं बड़े शहर में तनहा हुआ
मुझे तंग गलियों वाला अपना छोटा शहर याद आया।
जब कभी मैं था थका मादा और कोई न था पास बेसाख्ता मुझे बचपन में मां की गोद में रखा अपना सर याद आया।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments