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सखि कैसे मनायेगें होरी इस बार

aktanu899aktanu899 March 8, 2023
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सखि,

यह प्रथम वसंत है आया

कान्हा के मथुरा से द्वारका गमन के पश्चात

प्रकृति ने चतुर्दिक है रंग बिखराया

शत -शत पुष्प है पल्लवित

वृक्षो के गात पर नवल हैं पात

फूलें है गहरे लाल रंग के पलाश

फागोत्सव आने को है

इस बार न कन्हैया की मुरली की तान होगी

न वैसे मधुर गान होगें

कौन हमें अपने रंग में रंग जायेगा ,

कौन करेगा बरजोरी

कौन करेगा हंसी ठिठोरी

कौन करेगा बिन कान्हा हमको रंगों में सरोबार

सखि कैसे मनायेगें हम इस बार होरी


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