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Romantic PoetryPoetry1 min read

पांव की जंजीरें

aktanu899aktanu899 March 22, 2023
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पांव भर बस चलते हैं इन रास्तों पर

रुह मगर

इन राहों पर साथ चलती नहीं ।

जीस्त की मजबूरियां कहें या कि

हौसले और हिम्मत की कमी

रास्तों से पांव हटा नहीं पाते

पांव की जंजीरें टूटती नहीं।


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