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कोई मिला था चंद लम्हों के लिए ही
बिछड़ने के बाद मगर याद आता रहा।
ये किसको मैं रह रह के भुलाता रहा
ये कौन मुझको हरदम याद आता रहा।
कोई रिश्ता तो न था दरमियां ,मगर
वो भी निभाता रहा, मैं भी निभाता रहा।
वो कौन था जो खो गया राह में कहीं
ये किसको मैं पलट कर बुलाता रहा।
वो कौन था जो निकल गया दूर अपने सफर में
ये किसको मैं बार बार आवाज़ लगाता रहा।
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