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किसे याद रहती है
बीतते समय के साथ कभी मिले
मुरझाए गुलाबों की कोमलताएं।
पर याद रह जाती है
फूलों के साथ के
कांटों से मिली मीठी हल्की सी चुभन
और उंगली की पो
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किसे याद रहती है
बीतते समय के साथ कभी मिले
मुरझाए गुलाबों की कोमलताएं।
पर याद रह जाती है
फूलों के साथ के
कांटों से मिली मीठी हल्की सी चुभन
और उंगली की पो
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