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मैं भटक रहा हूं
अपने बीते हुए अतीत में घूमता हुआ
अपने वर्तमान से भागता हुआ
कुछ पराजय की अनुभूति लिए
कुछ थका हुआ,कुछ रुका हुआ
कुछ टूटा हुआ,कुछ बिखरा हुआ
कुछ सहेजता हुआ
कुछ समेटता हुआ
जो न कभी कर पाया वो करता हुआ
बीते समय में जो खो दिया
उसे पूरा
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