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Romantic PoetryPoetry1 min read

बार-बार मिलने बिछड़ने की इजाज़त रहे

aktanu899 नीरवaktanu899 नीरव February 10, 2023
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कुछ ऐसा हो मेरा भरम भी कायम रहे

और तेरा यकीं भी सलामत रहे।


मैं तेरी दोस्ती का दम भरुं

और तेरी मुझसे अदावत भी रहे।


पाबंदियां हो लाख मिलने पर

और दीदार की इजाजत भी रहे।


एक दूसरे से किए सौ वादे टूटें मगर

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