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अम्मा की स्मृति

aktanu899 नीरवaktanu899 नीरव May 9, 2022
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तुम्हें असमय खोने का दुख

तुमसे अंतिम बार न मिल पाने का दुख

तुम्हारे अंतिम दर्शन न कर पाने का दुख

बहुत कुछ जो किया जाना था

वो न कर पाने का दुख

बहुत कुछ अनकहा न कह पाने का दुख

बहुत कुछ जो कह दिया वो कहने का दुख

तुम्हारे अंतिम दिनों के अकेलेपन के दुख

जो बांट न पाया।

पर साथ हैं

बचपन की न जाने कितनी ही सुखद स्मृतियां

वो सहज ,सरल प्यार तुम्हारा

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