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जो बक्से में समान के साथ भारी भारी सपने लाए हैं
सपनों का प्यारा जहान दूर था,
सो उससे भी प्यारा घर छोड़ आए हैं
जिन्हें पता है कि रास्ता लंबा है
और इस बक्से में पहिये नहीं हैं
नांव है, चप्पू है, पर खिवैये नहीं है
तो नाव को तो खुद ही चलाना है
और बक्से को खुद ही उठाना है
हा, रुक सकते हैं
थोड़ी देर के लिए
जब जब छांव मिल जाए
झुलसती दोप
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