अनकही अनसुनी बातें's image
Poetry1 min read

अनकही अनसुनी बातें

Akshay Anand ShriAkshay Anand Shri August 29, 2021
Share0 Bookmarks 210996 Reads0 Likes

वो बातें जो अनकही थी, कही हमने

और जो बातें अनसुनी थी, सुनी तुमने


कौन किसी के दर्द का हम-दर्द है यहाँ

कौन किसकी सुनता है, मेरी सुनी तुमने


दर्द, बेचैनी, घुटन सब जाते रहे

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts