मेरे घर का भी छप्पर देख लेना's image
Poetry1 min read

मेरे घर का भी छप्पर देख लेना

आकिब जावेदआकिब जावेद September 10, 2021
Share0 Bookmarks 346 Reads1 Likes

#ग़ज़ल 


मेरे तुम दिल के अन्दर देख लेना।

कभी ग़म का समन्दर देख लेना।।


ख़ुदा तूफान फिर लाने से पहले।

मेरे घर का भी छप्पर देख लेना।।


मेरे दिल से जुदा जब से हुए वो।

इन्हीं आँखों में पत्थर देख लेना।।


गिरेंगे  चाहने  वाले&n

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts