#ग़ज़ल
मेरे तुम दिल के अन्दर देख लेना।
कभी ग़म का समन्दर देख लेना।।
ख़ुदा तूफान फिर लाने से पहले।
मेरे घर का भी छप्पर देख लेना।।
मेरे दिल से जुदा जब से हुए वो।
इन्हीं आँखों में पत्थर देख लेना।।
गिरेंगे चाहने वाले&n
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