इंकलाब जिंदाबाद है's image
Poetry1 min read

इंकलाब जिंदाबाद है

आकिब जावेदआकिब जावेद August 27, 2021
Share0 Bookmarks 211927 Reads1 Likes

एजेंडे सेट हो गए

दुकान तैयार हो गयी

सब बेचेंगे अपना माल

सवाल लेकिन यही है

सबको अपना माल लगता प्यारा

दूसरे में खोट नज़र है आता

अच्छा

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts