Share0 Bookmarks 201239 Reads0 Likes
मुसाफिर चला शहर को दौलत कमाने
घबराहाट मे मुस्कान भी होगी
दिन भी अलग होगा और अँधेरी काली रात भी होगी
घबराहाट मे मुस्कान भी होगी
दिन भी अलग होगा और अँधेरी काली रात भी होगी
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments