एक भयानक तूफान के बाद
जब चिड़ियाएँ तिन-तिन कर
फिर घोंसले बनाती है
तो मुझे इरादों की पराकाष्ठा नज़र आती है
और बोध होता है कि
कोमलता और शक्तिशाली विलोम नही
पर्याय है।
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