पोस्ट घर में झाँक कर पंछी,
बता आया शमशान उसे,
उसने देखे खत सारे
सच नीरस थे सारे
मृत हर एक विषय था
और था लापता एक खत
जिसको हुआ था समय विगत
ना आने का ना जाने का
बस देखता था पोस्ट ऑफिस
और बता देता उसको शमशान।
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