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परिभाषाएँ प्रेम की

Akash GuptaAkash Gupta December 4, 2021
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परिभाषाएँ प्रेम की ढूंढ कर मैं थक चुका हूँ 

सोचता हूँ प्रेम अगर पवन होता तो कैसा होता ?

पवन, जो बहती मुझसे ओर तेरी या 

तुम से पास हमारे

ना संदेशों की आवश्यकता होती 

ना उन प्रती

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