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एक तरफा इश्क़ न कर , ऐ दोस्त ।
अपने मुहब्बत का इजहार कर , ऐ दोस्त ।।
ये मुहब्बत नहीं दोस्त , दिल दुखाना होता है ।
अपने मुहब्बत को लोगों से छुपाना होता है ।।
इस कदर चुप बैठकर मुहब्बत का इजहार करोगे ,
ऐ दोस्त मुहब्बत में घुटनों के बल भी बैठना होता है "।।।
- अजय सिंह यादव
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