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चेहरे पर चेहरा चढाये बैठे है
कई लोग हैं जो हक़ीक़त दबाये बैठे हैं
वैसे तो उनसे ज्यादा मिठा कोई नहीं मगर
ये वही हैं जो आस्तीन में सांप छुपाये बैठे हैं
बहोत मिठी बोली है इनकी
पल में सगे
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