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तुम्हारें बाद हम हैं।

गौरव वशिष्ठ "अहर्निश "गौरव वशिष्ठ "अहर्निश " March 8, 2022
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सुबह पहले रश्मियां ही आती हैं 
सूरज हैं जो वो बाद में आता हैं 

रोशनी ही रात को पहले आती हैं
चांद हैं जो इनके बाद ही आता हैं

गर्भ में भी पहले लड़की ही होती है
लड़का हैं जो वो बाद में आता हैं

पण्डित मौलवी सारे झूट

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