
Share0 Bookmarks 0 Reads0 Likes
तुम वो तत्व हो
जिसे नहीं किया जा सकता
परिभाषित
किसी भी संज्ञा से
किसी भी विशेषण से
तुम्हारा होना
होता था शून्य
अपनी पूर्णता के साथ !!
~अहर्निश
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments