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मैं अब चुप रहता हूं,
इतना शोर है सीने में,
पर कहने से डरता हूं,
अब मैं चुप रहता हूं।।
इतने तारों से घिरा है
मेरा चांद कि मैं
चुपके से टूटता हूं,
अब मैं चुप रहता हूं।।
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