किसी मजबूर का आँसू जो टपकता होगा
दिल फ़रिश्तों का भी ज़ोरों से धड़कता होगा
----------
उसको ख़ुश्बू की ज़रूरत कहाँ पड़ती होगी
बेटियों से यूँ ही आंगन वो महकता होगा
कोई तस्वीर फिर आंखों में खटकती होगी
No posts
Comments