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*वो माँ होती है*
+++++++++++
वो माँ होती है जो हमारे,
हर दुःख को ख़ुद में समेटकर मुस्कुराती है।
ज़िन्दगी के हर दौर में तटस्थ खड़ी होकर,
अपने आँचल के छाया में ही सुलाती है।
हर संकट में पत्थर के सामान खड़ी होकर,
बाधाओं का रुख मोड़ना जानती है।
अपने प्यार के इत्र से जीवन का हर लम्हा,
खुशबूओं से कितना महकाती है।
#Motherday
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वो माँ होती है जो हमारे,
हर दुःख को ख़ुद में समेटकर मुस्कुराती है।
ज़िन्दगी के हर दौर में तटस्थ खड़ी होकर,
अपने आँचल के छाया में ही सुलाती है।
हर संकट में पत्थर के सामान खड़ी होकर,
बाधाओं का रुख मोड़ना जानती है।
अपने प्यार के इत्र से जीवन का हर लम्हा,
खुशबूओं से कितना महकाती है।
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