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तेरे बिन... मैं और ये जिंदगी ...

AbhilashaRashoAbhilashaRasho March 7, 2023
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जहां एक पल भी नही गुजरा तेरे बिन 

वहां मैं ज़िंदगी काट रही हूं

छांट रही ही सांसों को

तेरी यादों से बांट रही हूं

उम्मींदों के उस आंचल को

अपने मन से धीरे धीरे उतार रही हूं

जहां एक पल भी नहीं गुजारा तेरे बिन

वहां मैं ज़िंदगी काट रही हूं

धोखा देकर खुद को

तुझको अभी भी अपना मान रही हूं

सपनो के संसार को

हकीकत के तूफ़ान से बचा रही हूं

बांट रही हूं खुद को ओरो संग

मैं खुद से ही भाग रही हूं

जहां एक पल भी नहीं गुजारा तेरे बिन

वहां मैं ज़िंदगी काट रही हूं 

जहां एक होते थे हम

अब हर उस आईने को तोड़ रही हूं 

न बहा रही हूं आंसुओं को

न मैं हंस बोल रही हूं

देखो ना मैं जिंदा हूं

तेरे वादें को कैसे निभा रही हूं 

जहां एक पल भी नहीं गुजरा तेरे बिन

वहां मैं ज़िंदगी काट रही हूं

 - अभिलाषा रासो ' राशी '


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