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फिर से तेरा ख्वाब ...

AbhilashaRashoAbhilashaRasho March 7, 2023
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सुनो ना..

 मैंने तुम्हें फिर ख़्वाब में देखा हैं

तुम ठीक तो हो ? 

ये ख्याल दिल को झंझोर देता है

मैं तो इंतजार में ही हूं कोई पैगाम आए

दिल को दोनो हाथो से जाने कैसे संभाल रखा हैं

जानती हूं कोई हक़ तो नही हैं

फिर भी तेरी फ़िक्र को अपना हक़ मान रखा हैं

' मेरे थे कभी तुम ' यकीनन अब किसी ओर की ता'बीर हो

पर खुशकिस्मती हैं मेरी ' कभी तो मेरे थे ' ... 

तुम्हें आज भी मैंने अपना सारा जहां मान रखा हैं 

कोई बात तो नही , मेरे ख़्वाब में जो आए हो

या बाकी रह गई कोई अधूरी बात तो नही

यूं तो तुमने बेदर्दी से छोड़ा था मुझे 

फिर भी पूछती हूं ...

मुझे लेकर तुम भी तो कहीं परेशां नही 

मैं खुश हूं... ! गर तेरे आने का सबब ये है 

अब क्या कहें तेरी यादों ने मुझे , 

तेरे छोड़ जाने के दर्द से मुझे महफूज़ कर रखा हैं 

- अभिलाषा रासो ' राशी '




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