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न देना कृष्ण सा प्रेम मुझे,
न में राधा बन पाऊँगी,
सारा जीवन अलग होकर,
कैसे में एक कहलाऊँगी।।
न दरश देना मुझे कृष्ण बन,
न में मीरा बन पाऊँगी,
जीवन तो सारा बस तेरे नाम कर,
बिन तेरे विरह में न रह पाऊँगी।।
न बनना तुम नटखट कन्हैया,
न
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