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हमने भी अहसासों को जिया है,
हमने भी लाखों ग़मों पिया है,
तुम्हारे सारे सपनो को साकार किया है
और तुम कहती हो,
हमने कभी प्यार ही नहीं किया है।।
जो सारा जमाना करता होगा,
हमने भी बो सब किया है,
खुद से ज्यादा तुम्हे जिया है,
और तुम कहती हो,
हमने कभी प्यार ही नहीं किया है।।
हमने भी रातों को दिन कहा है,
हमने भी सारे जख्मों को सहा है,
पर कभी न कुछ हमने कहा है,
हमे भी लोगो ने पागल दीवाना कहा है
और तुम कहती हो,
हमने कभी प्यार ही नहीं किया है।।
कैसे बीती होगी बो घड़ियां हमारी,
जब तुमने की थी मेरे दिल से गद्दारी,
कोई तुमको न दे सके ताने-बाने
तुम्हारे ही बिन काट ली जिंदगी सारी
और तुम कहती हो,
हमने कभी प्यार ही नहीं किया है।।
हमने खुद से ज्यादा तुम्हें जिया है,
कोई दुःख न हो तुम्हें सारे दुखो को पिया है,
तुम्हारी राहों के सारे काटों को चुन लिया है,
सारी उम्र तुम्हारे ही हो के जिया है,
इतना समर्पण किया तुम्हारे लिए,
और तुम कहती हो,
हमने कभी प्यार ही नहीं किया है।।
~अभय दीक्षित
#प्रेमसमर्पण
#Loveife
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