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तुम जो अंधियारे में इतनी रौशनी लेके आई हो,
मानो मेरे तम भरे रास्तों में हजारों दीपक जला के लाई हो,
जो तुम्हारे आने से पहले एक भटकता वीरान शहर था,
मानो उसमें हजारों नई रोशनी नई उमंग लेके आई हो।।
~अभय दीक्षित
#प्रेम
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