
Share0 Bookmarks 57 Reads1 Likes
हजारों रात जागा हूँ एक रात होने के लिए,
जिंदगी भर के लिये तेरा साथ होने के लिए,
यूँ नहीं पहुँचे इस शिखर पर जो तेरे साथ है,
हजारों पल का संघर्ष है तेरा दाम होने के लिए।।
~अभय दीक्षित
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments