बहुत दिनों के बाद!'s image
Poetry1 min read

बहुत दिनों के बाद!

Abhay DixitAbhay Dixit April 2, 2022
Share0 Bookmarks 0 Reads0 Likes
बहुत दिनों के बाद!
फिर आई हैं खुशियाँ नए वर्ष के साथ,
शोर है ख़ुशी है चारों तरफ हँसी है
एक नए मिलन के साथ
ऐसा लग रहा है मानो 
कोई अपना लौट आया है
बहुत दिनों के बाद
कालगति का न्यासंकल्प है 
नई सूरज किरण के साथ
आज नया संकल्प लेंगे
खुद से वादे के साथ
देखा है हमने वक्त का क्रूर प्रहार
मानो जैसे सूरज पर भी था अंधकार

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts