
Share0 Bookmarks 22 Reads0 Likes
बहुत कुच कहना है,
ना कह सके हम
परिवार,समाज,इज्ज़त से नहीं,
इनकार से डर ते थे हम
लोग कुछ भी कह दे,
आपसे प्यार करते थे हम।
~अभणज्ञानी
ना कह सके हम
परिवार,समाज,इज्ज़त से नहीं,
इनकार से डर ते थे हम
लोग कुछ भी कह दे,
आपसे प्यार करते थे हम।
~अभणज्ञानी
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments