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किस बात की लडाई ?

Abasaheb MhaskeAbasaheb Mhaske September 3, 2021
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आजा शाम होने आई

किस बात की लडाई ?

गर जिंदा रहना है ना

सबको साथ देना होगा

 

चाहे कुछ भी हो अखिर

गंगा – जमना तहजिब

दोस्त हमे नही है भूलना

हाथ पकडकर साथ है चलना

 

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