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मैंने गाँधी को नहीं मारा

Abasaheb MhaskeAbasaheb Mhaske February 21, 2022
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 मैंने गाँधी को नहीं मारा ?

बड़ी बेशर्मी से कहते हो

सत्य अहिंसा से डरते हो 

नफरत का जहर बोते हो ?


मैंने गाँधी को नहीं मारा ?

बड़ी बेशर्मी से 

बिच बाजार चौराहा गोली मारी 

नतमस्तक होके ख़तम करो 

यह कैसा यार रिवाज तुम्हारा ? 


देशभाक्ति , समता बंधुता 

सविनय असहकार प्यारा 

बापू ने सही रास्ता दिखाया 

फिर भी क्या किया पूछते हो ?


.

 मैंने गाँधी को नहीं मारा ?

कल तक कहनेवाले आज तो 

खुलेआम समर्थन में जुटे हैं 

सच

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