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इधर - उधर की बातें न कर
काश ! ऐसा होता तो क्या होता ?
हाँ कर चाहे ना कर नहीं तो चल निकल
मुझे कुछ फर्क नहीं पड़ता तेरे आने जाने से
इधर - उधर की बातें न कर
नहीं चाहिए तेरी यादे न ही झूठे वादे
तेरा होना भी मेरे लिये न होने के बराबर
फिर किस बात का प्यार और अफ़सोस ?
इधर - उधर की बातें न कर
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