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प्यास कुछ इस तरह बुझाते रहे,
हमने दर्द पिया और मुस्कुराते रहे।
लोग दौलत- शौहरत के तलबगार थे,
हम उम्र भर ज़िन्दगी कमाते रहे।
✍️ए पोएट फ्रॉम हिल्स
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