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आओ, एक दिया जलाएं

A MehtaA Mehta March 11, 2022
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तुम भी फूँक डालो

अपने ह्रदय में बस रहे

ऊँच-नीच, धर्म-जात, भेद-भाव

के घिनौने, अभिशप्त रावण को


मैं भी कर देता हूँ भस्म

अपने मानस पटल पर बने

अंधकारमयी संकीर्ण विचारों का

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