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सत्य, अहिंसा
सदभावना और सदाचार
अब हो चले धुंधले
सभी तुम्हारे विचार
नोटों और सिक्को पर तुम दिखते
दिखते फिल्म-अखबारों में
व्यवहारों में तुम न मिलते
मिल जाते हो, प्रचारों में
वर्तमान की दशा
सच, कितनी विदारक है
तुम्हारे लिए तो यह हवा
बापू , हानिकारक है
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