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कभी कुछ लिख के छोड़ देता हूं,
तो कभी कुछ लिख के मिटा भी देता हूं।
कुछ इस तरह से मैं,
मोहब्बत और नफ़रत इक साथ करता हूं।।
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तो कभी कुछ लिख के मिटा भी देता हूं।
कुछ इस तरह से मैं,
मोहब्बत और नफ़रत इक साथ करता हूं।।
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